परिवहन, रेलवे और संचार का विकास

(उद्देश्य: वाणिज्यिक, सामरिक, प्रशासनिक; रेलवे निर्माण के चरण: 1853 से आगे; आंतरिक व्यापार, कृषि, गतिशीलता पर प्रभाव; टेलीग्राफ, डाक सुधार, सड़कें और बंदरगाह; लागत-लाभ विश्लेषण: किसे लाभ हुआ?)

यह विषय UPSC प्रीलिम्स और मुख्य परीक्षा दोनों में अत्यधिक महत्व रखता है क्योंकि यह भारतीय इतिहास, अर्थव्यवस्था और राजनीति के प्रमुख क्षेत्रों से जुड़ा हुआ है। यह उम्मीदवारों को ब्रिटिश औपनिवेशिक रणनीतियों और उनके सामाजिक-राजनीतिक प्रभावों का विश्लेषण करने में सहायता करता है। इस विषय की स्पष्ट समझ GS पेपर I (आधुनिक भारतीय इतिहास), GS पेपर III (आर्थिक विकास) और निबंध पत्रों में विश्लेषणात्मक उत्तर लिखने में मदद करती है, जिससे भारत की औपनिवेशिक विरासत की बहुआयामी समझ विकसित होती है।

औपनिवेशिक भारत में परिवहन और संचार प्रणाली में महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए, जिनके उद्देश्य वाणिज्यिक, सामरिक और प्रशासनिक थे।

परिवहन और संचार विकास के उद्देश्य
वाणिज्यिक: ब्रिटिशों का उद्देश्य कपास, जूट, चाय और खनिज जैसे कच्चे माल को आंतरिक क्षेत्रों से निकाल कर बंदरगाहों तक पहुँचाना और ब्रिटेन को निर्यात करना था। इसके बदले में ब्रिटिश निर्मित वस्तुओं को भारतीय बाजारों में पहुँचाना था।

सामरिक: विद्रोहों को दबाने और ब्रिटिश नियंत्रण बनाए रखने के लिए सैनिकों की त्वरित आवाजाही आवश्यक थी। 1857 की क्रांति ने एकीकृत परिवहन नेटवर्क की आवश्यकता को उजागर किया।

प्रशासनिक: एक व्यापक संचार प्रणाली ने विशाल भारतीय क्षेत्र के बेहतर शासन को सक्षम बनाया। कुशल डाक सेवा और टेलीग्राफ लाइनों ने केंद्रीकृत प्रशासन में सहायता की।

रेलवे निर्माण के चरण: 1853 से आगे

  • 1853: बॉम्बे और ठाणे के बीच पहली रेलवे लाइन (34 किमी)।
  • 1853-1869: निजी ब्रिटिश कंपनियों के तहत प्रारंभिक विस्तार, गारंटीकृत लाभ के साथ।
  • 1870-1900: प्रमुख ट्रंक मार्गों की स्थापना; बंदरगाह नगरों और संसाधन-समृद्ध आंतरिक क्षेत्रों के बीच कड़ियाँ बनीं।
  • 1900 के बाद: राज्य ने नियंत्रण लेना शुरू किया; भारतीय रेलवे सबसे बड़ा नियोक्ता बना।

रेलवे को एक रेडियल पैटर्न में बिछाया गया जो बॉम्बे, मद्रास और कलकत्ता जैसे बंदरगाहों पर केंद्रित था। इस डिज़ाइन का उद्देश्य राष्ट्रीय एकता नहीं, बल्कि निर्यात-आधारित व्यापार को प्राथमिकता देना था।

आंतरिक व्यापार, कृषि और गतिशीलता पर प्रभाव

  • आंतरिक व्यापार: रेलवे ने परिवहन लागत को घटाया और क्षेत्रीय बाजारों को जोड़ा, जिससे कृषि का वाणिज्यीकरण हुआ।
  • कृषि: किसान आत्मनिर्भर कृषि से नकदी फसलों (जैसे नील, कपास) की ओर मुड़े, जिससे वे बाज़ार उतार-चढ़ाव और अकाल के प्रति असुरक्षित हो गए।
  • गतिशीलता: लोगों की आवाजाही बढ़ी – श्रमिक प्रवास, तीर्थ यात्रा, सामाजिक संपर्क के लिए, हालांकि वर्ग आधारित यात्रा प्रतिबंध मौजूद थे।

टेलीग्राफ, डाक सुधार, सड़कें और बंदरगाह

  • टेलीग्राफ: 1850 के दशक में शुरू हुआ; 1857 की क्रांति के दौरान अत्यंत आवश्यक साबित हुआ। 1900 तक भारत में 80,000 किमी से अधिक टेलीग्राफ लाइनें थीं।
  • डाक प्रणाली: लॉर्ड डलहौज़ी के अधीन मानकीकरण हुआ; 1854 में डाक टिकट की शुरुआत। यह प्रणाली दुनिया की सबसे बड़ी नेटवर्कों में से एक बन गई।
  • सड़कें: सीमित विकास; मुख्य रूप से सैन्य और प्रशासनिक उपयोग के लिए बनाई गईं। ग्रांड ट्रंक रोड का आधुनिकीकरण हुआ।
  • बंदरगाह: बॉम्बे, कलकत्ता और मद्रास को समुद्री व्यापार की बढ़ती मात्रा को संभालने हेतु उन्नत किया गया। आंतरिक जलमार्गों की उपेक्षा की गई।

लागत-लाभ विश्लेषण: किसे लाभ हुआ?
ब्रिटिश लाभ:

  • कच्चे माल का निष्कर्षण और वस्तुओं का निर्यात संभव हुआ।
  • प्रशासनिक नियंत्रण और सैन्य गतिशीलता में वृद्धि हुई।
  • रेलवे निवेश से गारंटीकृत लाभ प्राप्त हुए।

भारतीय हानि:

  • पारंपरिक उद्योगों का ब्रिटिश आयातों के कारण विनाश।
  • ग्रामीण ऋणग्रस्तता और असुरक्षा में वृद्धि।
  • शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी विकास प्राथमिकताओं की उपेक्षा।

हालांकि, यह अवसंरचना भविष्य के आर्थिक विकास, राष्ट्रीय एकता और स्वतंत्रता संग्राम के दौरान राजनीतिक लामबंदी की नींव बन गई।

निष्कर्ष
औपनिवेशिक भारत में परिवहन और संचार का विकास मुख्य रूप से ब्रिटिश आर्थिक और सामरिक हितों द्वारा संचालित था। यद्यपि इसका व्यापार, कृषि और गतिशीलता पर गहरा प्रभाव पड़ा, लेकिन इसके लाभ असमान रूप से वितरित हुए। 

इन तत्वों को समझना UPSC उम्मीदवारों के लिए औपनिवेशिक आर्थिक नीतियों और उनके सामाजिक-राजनीतिक प्रभावों का समालोचनात्मक मूल्यांकन करने हेतु आवश्यक है।

MCQ

1. निम्नलिखित में से रेलवे निर्माण के पीछे उपनिवेशी भारत में प्रमुख उद्देश्य क्या था?
A. भारतीय औद्योगीकरण को बढ़ावा देना
B. ब्रिटिश प्रशासनिक सुविधा को आसान बनाना
C. कच्चे माल का दोहन और ब्रिटेन को निर्यात
D. आंतरिक पर्यटन को बढ़ावा देना
उत्तर: C कच्चे माल का दोहन और ब्रिटेन को निर्यात
व्याख्या: ब्रिटिशों ने रेलवे का निर्माण आंतरिक क्षेत्रों से कच्चा माल निकालने और उसे बंदरगाहों तक पहुंचाकर निर्यात करने के लिए किया था।


2. भारत में पहली रेलवे लाइन किन दो स्थानों के बीच शुरू हुई थी?
A. कलकत्ता और दिल्ली
B. बंबई और ठाणे
C. मद्रास और अरक्कोनम
D. सूरत और बड़ौदा
उत्तर: B बंबई और ठाणे
व्याख्या: पहली रेलवे लाइन 1853 में बंबई और ठाणे के बीच शुरू हुई, जिसकी लंबाई 34 किमी थी।


3. निम्नलिखित में से कौन ब्रिटिश भारत में रेलवे निर्माण के पीछे रणनीतिक उद्देश्य को सही तरीके से दर्शाता है?
A. ट्रेड यूनियन की स्थापना
B. भारतीय उद्यमिता को बढ़ावा
C. विद्रोहों के दौरान सैनिकों की त्वरित आवाजाही
D. ग्रामीण इलाकों को शहरी क्षेत्रों से जोड़ना
उत्तर: C विद्रोहों के दौरान सैनिकों की त्वरित आवाजाही
व्याख्या: 1857 के विद्रोह के दौरान और बाद में ब्रिटिशों का उद्देश्य सैनिकों को तेजी से तैनात करना था।


4. कथन (A): औपनिवेशिक भारत में रेलवे ने क्षेत्रीय बाजारों का एकीकरण किया।
कारण (R): रेलवे ने परिवहन लागत को काफी हद तक घटा दिया।
A. दोनों A और R सही हैं, और R इसका सही कारण है
B. दोनों A और R सही हैं, लेकिन R सही कारण नहीं है
C. A सही है, R गलत है
D. A गलत है, R सही है
उत्तर: A दोनों A और R सही हैं, और R इसका सही कारण है
व्याख्या: परिवहन लागत में कमी से विभिन्न क्षेत्रों के बीच व्यापार सरल और सुलभ हुआ।


5. लॉर्ड डलहौजी के शासनकाल में निम्नलिखित में से कौन सा सुधार लाया गया था?
A. अनिवार्य प्राथमिक शिक्षा
B. समान नागरिक संहिता
C. डाक प्रणाली और टेलीग्राफ लाइनें
D. सहकारी बैंकिंग
उत्तर: C डाक प्रणाली और टेलीग्राफ लाइनें
व्याख्या: डलहौजी ने टेलीग्राफ प्रणाली और डाक व्यवस्था को मानकीकृत किया, जिसमें डाक टिकट का उपयोग भी शामिल था।


6. औपनिवेशिक भारत में रेलवे निर्माण का पैटर्न क्या था?
A. सभी क्षेत्रों को कवर करने वाला ग्रिड सिस्टम
B. बंदरगाहों से आंतरिक क्षेत्रों को जोड़ने वाली रैडियल लाइनें
C. जनजातीय क्षेत्रों को जोड़ने वाले सर्कुलर रूट
D. कृषि क्षेत्रों में सघन नेटवर्क
उत्तर: B बंदरगाहों से आंतरिक क्षेत्रों को जोड़ने वाली रैडियल लाइनें
व्याख्या: रेलवे को बॉम्बे, कलकत्ता और मद्रास जैसे बंदरगाहों से केंद्रित रैडियल स्वरूप में बिछाया गया था।


7. “गारंटीड रिटर्न सिस्टम” का क्या अर्थ है?
A. विस्थापित किसानों के लिए मुआवजा योजना
B. भारतीय रेलवे में ब्रिटिश निवेशकों को 5% निश्चित रिटर्न
C. भारतीय रेलवे कर्मचारियों को सुनिश्चित नौकरी
D. गारंटीड कृषि खरीद
उत्तर: B भारतीय रेलवे में ब्रिटिश निवेशकों को 5% निश्चित रिटर्न
व्याख्या: ब्रिटिश कंपनियों को रेलवे निवेश पर निश्चित रिटर्न मिलता था, जिससे उनका वित्तीय जोखिम कम हो गया।


8. निम्नलिखित में से कौन सा ब्रिटिश भारत में रेलवे विकास का प्रत्यक्ष प्रभाव नहीं था?
A. आंतरिक व्यापार में वृद्धि
B. ग्रामीण शिक्षा में सुधार
C. कृषि का व्यावसायीकरण
D. श्रमिकों की अधिक गतिशीलता
उत्तर: B ग्रामीण शिक्षा में सुधार
व्याख्या: रेलवे विस्तार का प्राथमिक उद्देश्य शिक्षा नहीं था, इसलिए यह प्रत्यक्ष प्रभाव नहीं था।


9. टेलीग्राफ लाइनें किस प्रमुख घटना के दौरान महत्वपूर्ण साबित हुईं?
A. बंगाल विभाजन
B. 1857 का विद्रोह
C. नमक सत्याग्रह
D. साइमन कमीशन
उत्तर: B 1857 का विद्रोह
व्याख्या: 1857 के विद्रोह के दौरान ब्रिटिशों ने टेलीग्राफ का उपयोग सैनिक गतिविधियों के समन्वय के लिए किया।


10. बॉम्बे और कलकत्ता जैसे बंदरगाहों को अपग्रेड करने का मुख्य कारण क्या था?
A. पर्यटन को बढ़ावा देना
B. सैन्य रक्षा में सुधार
C. समुद्री व्यापार की बढ़ती मात्रा को संभालना
D. मत्स्य उद्योग को समर्थन देना
उत्तर: C समुद्री व्यापार की बढ़ती मात्रा को संभालना
व्याख्या: कच्चे माल के निर्यात और ब्रिटिश वस्तुओं के आयात को आसान बनाने के लिए बंदरगाहों को उन्नत किया गया।


11. कथन (A): ब्रिटिश शासन में डाक सेवाओं का विस्तार हुआ।
कारण (R): ब्रिटिशों ने प्रभावी शासन के लिए संचार को बेहतर बनाना चाहा।
A. दोनों A और R सही हैं, और R इसका सही कारण है
B. दोनों A और R सही हैं, लेकिन R सही कारण नहीं है
C. A सही है, R गलत है
D. A गलत है, R सही है
उत्तर: A दोनों A और R सही हैं, और R इसका सही कारण है
व्याख्या: डाक सेवाओं के विस्तार से ब्रिटिशों को प्रशासनिक नियंत्रण बनाए रखने में मदद मिली।


12. औपनिवेशिक भारत में सड़क विकास की मुख्य कमी क्या थी?
A. सड़कें केवल दक्षिण भारत में बनाई गई थीं
B. सड़कें केवल धार्मिक तीर्थ यात्रियों के लिए बनाई गई थीं
C. सड़कें मुख्यतः सैन्य और प्रशासनिक आवश्यकताओं के लिए बनाई गईं
D. सड़कें भूमिगत बनाई गई थीं
उत्तर: C सड़कें मुख्यतः सैन्य और प्रशासनिक आवश्यकताओं के लिए बनाई गईं
व्याख्या: सड़क विकास का उद्देश्य सैन्य छावनियों और प्रशासनिक केंद्रों को जोड़ना था, न कि व्यापक आर्थिक विकास।


13. रेलवे के आगमन का कृषि पर क्या प्रभाव पड़ा?
A. किसानों को सब्सिडी मिली
B. आत्मनिर्भर खेती बढ़ी
C. नकदी फसलों की ओर झुकाव, जो मूल्य झटकों के प्रति संवेदनशील थीं
D. कृषि उत्पादन का राष्ट्रीयकरण हुआ
उत्तर: C नकदी फसलों की ओर झुकाव, जो मूल्य झटकों के प्रति संवेदनशील थीं
व्याख्या: किसान निर्यात के लिए कपास और नील जैसी नकदी फसलें उगाने लगे, जिससे वे बाज़ार की अस्थिरता और अकाल के प्रति असुरक्षित हो गए।


14. औपनिवेशिक परिवहन अवसंरचना का एक दीर्घकालिक सकारात्मक प्रभाव क्या था?
A. पारंपरिक भारतीय उद्योगों को बढ़ावा
B. भारतीय विश्वविद्यालयों की स्थापना
C. भविष्य में राष्ट्रीय एकता की नींव
D. ब्रिटिश प्रशासन का विकेंद्रीकरण
उत्तर: C भविष्य में राष्ट्रीय एकता की नींव
व्याख्या: रेलवे और संचार प्रणाली जैसी अवसंरचना ने भविष्य में भारत की एकता का आधार तैयार किया।


15. निम्नलिखित में से कौन सी संचार तकनीक भारत में ब्रिटिश केंद्रीकृत नियंत्रण का प्रतीक बनी?
A. रेडियो
B. प्रिंटिंग प्रेस
C. टेलीग्राफ
D. फैक्स
उत्तर: C टेलीग्राफ
व्याख्या: टेलीग्राफ ने ब्रिटिश प्रशासनिक केंद्रों और दूरदराज के क्षेत्रों के बीच तीव्र संचार संभव किया, जिससे उनका नियंत्रण सुदृढ़ हुआ।

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