मुस्लिम लीग का गठन और 1909 के मिंटो-मॉर्ले सुधार | भारतीय इतिहास
मुस्लिम लीग का गठन और पृथक निर्वाचन क्षेत्र (1906-1909) पृष्ठभूमि ब्रिटिश भारत में राजनीतिक माहौल (1906-1909) 20वीं सदी की शुरुआत
मुस्लिम लीग का गठन और पृथक निर्वाचन क्षेत्र (1906-1909) पृष्ठभूमि ब्रिटिश भारत में राजनीतिक माहौल (1906-1909) 20वीं सदी की शुरुआत
होम रूल आंदोलन भारत के स्वतंत्रता संग्राम का एक महत्वपूर्ण चरण है, जो प्रथम विश्व युद्ध के दौरान उभरा जब
पृष्ठभूमि: संदर्भ: रोलेट एक्ट, जिसे आधिकारिक तौर पर 1919 के अराजक और क्रांतिकारी अपराध अधिनियम के रूप में जाना जाता
पृष्ठभूमि प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) का भारत पर गहरा प्रभाव पड़ा, जिसमें ब्रिटिश युद्ध प्रयासों में इसके योगदान और बाद
गांधी राष्ट्रीय नेता के रूप में उभरे परिचय असहयोग आंदोलन (1920-22) और खिलाफत आंदोलन भारत के स्वतंत्रता संग्राम की महत्वपूर्ण
पृष्ठ 1 1. सविनय अवज्ञा आंदोलन (1930-1934) ऐतिहासिक संदर्भ औपनिवेशिक शोषण: 1920 के दशक के अंत तक, ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन
पहला गोलमेज सम्मेलन (1930): कांग्रेस अनुपस्थित पहला गोलमेज सम्मेलन (RTC) 12 नवंबर, 1930 से 19 जनवरी, 1931 तक लंदन में
स्वतंत्रता संग्राम में समाजवादी और कम्युनिस्ट विचारों का उदय भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में विभिन्न विचारधाराओं का उदय हुआ, जिनमें समाजवाद
ऐतिहासिक संदर्भ किसान आंदोलन श्रम आंदोलन किसान और श्रमिक आंदोलनों के बीच अंतर्संबंध राष्ट्रवादी विमर्श पर प्रभाव उत्तर प्रदेश (1918)
परिचय भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में महिलाओं की महत्वपूर्ण भागीदारी देखी गई, जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान दिया 1। उनकी
Contact Details
Location